The Buckingham Murders Review : बकिंघम मर्डर्स रिव्यु

The Buckingham Murders Review
The Buckingham Murders Review

The Buckingham Murders Review : बकिंघम मर्डर्स रिव्यु : “द बकिंघम मर्डर्स” एक ऐसी फिल्म है जो दर्शकों को शुरुआत से ही बांध कर रखती है। यह फिल्म क्राइम थ्रिलर और सस्पेंस के प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होती है। फिल्म का निर्देशन हंसल मेहता ने किया है, जो अपने शानदार काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने “स्कैम 1992” और “स्कैम 2003” जैसी मशहूर सीरीज़ बनाई है, और “द बकिंघम मर्डर्स” में भी उनके निर्देशकीय कौशल की झलक स्पष्ट रूप से दिखती है।

The Buckingham Murders Review : बकिंघम मर्डर्स रिव्यु

The Buckingham Murders Review : बकिंघम मर्डर्स रिव्यु
The Buckingham Murders Review

कहानी की शुरूआत

फिल्म की कहानी एक सिंगल मदर और पुलिस ऑफिसर की है, जिसे करीना कपूर खान ने निभाया है। उनका किरदार काफी गंभीर और भावुक है। वह अंदर से टूटी हुई हैं और डिप्रेशन से जूझ रही हैं। करीना के अभिनय में उनकी गहराई साफ नजर आती है। वह अपने भावों से दर्शकों को जोड़ने में पूरी तरह सफल रहती हैं। कहानी की मुख्य धारा एक बच्चे के गायब होने के इर्द-गिर्द घूमती है। इस केस को हल करते हुए कुछ ऐसे राज़ खुलते हैं, जो फिल्म की कहानी में कई ट्विस्ट और टर्न्स लेकर आते हैं।

करीना का किरदार

करीना कपूर खान ने इस फिल्म में अपने अभिनय से साबित कर दिया है कि वह वाकई में वर्सटाइल एक्ट्रेस हैं। एक सिंगल मदर और डिप्रेशन से जूझ रही पुलिस ऑफिसर के किरदार में उन्होंने जान डाल दी है। उनका किरदार गंभीर, रहस्यमयी और थोड़ी बहुत गुस्से से भरा हुआ है, जिसे करीना ने बड़ी सहजता से निभाया है। उनकी एक्टिंग का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि वह अपने चेहरे के भावों और आंखों से दर्शकों के दिल तक पहुंचने में सफल रहती हैं। फिल्म में उनका किरदार काफी कठिनाईयों से गुजरता है, लेकिन वह मजबूती से अपने काम और अपने बेटे के लिए खड़ी रहती हैं।

केस और उसकी जटिलताएं

फिल्म की कहानी एक छोटे से कस्बे में सेट की गई है, जहां एक बच्चा अचानक गायब हो जाता है। करीना का किरदार उस बच्चे को खोजने की कोशिश में जुट जाता है। पहले पहल लगता है कि यह केस सीधा-सादा है, लेकिन धीरे-धीरे कहानी में मोड़ आते हैं। जिस तरह से कहानी आगे बढ़ती है, दर्शकों को बार-बार लगता है कि मामला सुलझ गया है, लेकिन फिर कुछ नया और अप्रत्याशित सामने आ जाता है। यह फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है। यह आपको एक बार भी बोर नहीं होने देती।

ट्विस्ट और सस्पेंस

“द बकिंघम मर्डर्स” में सस्पेंस और थ्रिल का जबरदस्त मिश्रण है। इंटरवल तक कहानी काफी सीधी लगती है, लेकिन इंटरवल के बाद अचानक से कहानी में कई अप्रत्याशित ट्विस्ट आते हैं। जिस पर दर्शकों का शक जाता है, अंत में वह सस्पेक्ट नहीं होता। कहानी दर्शकों को अंत तक सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर असली दोषी कौन है। फिल्म के अंतिम हिस्से में आने वाला ट्विस्ट दर्शकों को चौंका देता है और फिल्म को एक नया मोड़ दे देता है।

रनटाइम और पेस

फिल्म की लंबाई मात्र 1 घंटा 50 मिनट है, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाती है। आमतौर पर सस्पेंस और थ्रिलर फिल्मों में समय का ध्यान रखना मुश्किल हो जाता है, लेकिन “द बकिंघम मर्डर्स” में ऐसा नहीं है। फिल्म की पेस काफी तेज है और दर्शकों का ध्यान एक मिनट के लिए भी इधर-उधर नहीं भटकने देती। कहानी सीधे मुद्दे पर आती है और बिना समय बर्बाद किए अंत तक दर्शकों को बांध कर रखती है।

हंसल मेहता का निर्देशन

हंसल मेहता के निर्देशन का जादू इस फिल्म में साफ दिखता है। उन्होंने सस्पेंस को बरकरार रखने का हुनर बखूबी दिखाया है। फिल्म की कहानी को ऐसे बुना गया है कि दर्शक शुरू से अंत तक इसमें खोए रहते हैं। हंसल मेहता का निर्देशन हमेशा से ही वास्तविकता के करीब होता है, और यही कारण है कि “द बकिंघम मर्डर्स” भी काफी रियलिस्टिक लगती है। उन्होंने लोकल एक्टर्स का इस्तेमाल करके फिल्म को एक वास्तविक टच दिया है, जो इसे और भी अधिक ऑथेंटिक बनाता है।

रणवीर ब्रार की डेब्यू

इस फिल्म में रणवीर ब्रार का भी अहम रोल है। यह उनकी पहली फिल्म है, और उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को काफी प्रभावित किया है। रणवीर ब्रार, जो कि एक सेलिब्रिटी शेफ हैं, ने इस फिल्म में अपने किरदार को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से निभाया है। उनका काम देखकर लगता है कि वह अभिनय में भी उतने ही कुशल हैं जितने कि वह कुकिंग में हैं। उनका किरदार फिल्म में करीना के साथ एक खास केमिस्ट्री बनाता है, जो फिल्म की कहानी को और भी दिलचस्प बनाता है।

रियलिज्म और सिनेमैटोग्राफी

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी बेहतरीन है। छोटे से कस्बे का सेटअप और फिल्म के दृश्य इसे और भी वास्तविक बनाते हैं। फिल्म के हर सीन में एक रियलिज्म है, जो इसे हॉलीवुड फिल्मों के स्तर का बनाता है। फिल्म के लोकल एक्टर्स ने भी अपने-अपने किरदारों में जान डाल दी है, जिससे कहानी और भी अधिक विश्वसनीय लगती है। फिल्म के बैकग्राउंड स्कोर और म्यूजिक भी कहानी के साथ तालमेल बिठाता है और सस्पेंस को बनाए रखने में मदद करता है।

बच्चों के लिए नहीं

हालांकि फिल्म काफी मनोरंजक और सस्पेंस से भरी है, लेकिन यह बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है। इसमें कुछ ऐसे दृश्य हैं जो एडल्ट हैं, और यही कारण है कि इसे “ए” सर्टिफिकेट दिया गया है। इस फिल्म को बच्चों के साथ देखना उचित नहीं होगा। कहानी का टोन भी काफी गंभीर है, जो बच्चों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

ALSO READ :

अंतिम विचार

अगर आप क्राइम थ्रिलर और सस्पेंस फिल्मों के शौकीन हैं, तो “द बकिंघम मर्डर्स” एक ऐसी फिल्म है जिसे आपको जरूर देखना चाहिए। करीना कपूर खान का बेहतरीन अभिनय, रणवीर ब्रार की शानदार डेब्यू, और हंसल मेहता का निर्देशन इस फिल्म को एक खास बनाते हैं। फिल्म की कहानी तेज और सस्पेंस से भरी हुई है, जो आपको अंत तक बांध कर रखेगी।

फिल्म की सबसे बड़ी खासियत उसका अनएक्सपेक्टेड ट्विस्ट है, जो अंत में आकर दर्शकों को पूरी तरह से चौंका देता है। फिल्म का रनटाइम कम है, जिससे यह और भी तेज और प्रभावशाली लगती है। मेरे हिसाब से इस फिल्म को 3.5 स्टार्स दिए जा सकते हैं। यह एक ऐसी फिल्म है जो आपको सोचने पर मजबूर करेगी और आपके समय का पूरा उपयोग करेगी।