WTC Points Table: Team India को अब कितने मैच Final के लिए जीतने होंगे? समझिए पूरा समीकरण : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 का सफर भारतीय टीम के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मिली हार ने टीम इंडिया के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर बड़ा असर डाला है। इस हार से WTC के पॉइंट्स टेबल पर भी भारी उथल-पुथल हो गई है। अब भारतीय टीम के लिए फाइनल में जगह बनाना आसान नहीं रह गया है।
WTC Points Table: Team India को अब कितने मैच Final के लिए जीतने होंगे? समझिए पूरा समीकरण
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इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए भारतीय टीम को कितने मैच जीतने होंगे, कौन सी टीम भारत के लिए खतरा बन सकती है और किन स्थितियों में टीम इंडिया फाइनल का हिस्सा बन सकती है।
WTC क्या है?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा शुरू की गई एक टेस्ट क्रिकेट प्रतियोगिता है। इसका उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट को और अधिक रोचक और प्रतिस्पर्धी बनाना है। इसमें विश्व की शीर्ष 9 टेस्ट टीमों के बीच टेस्ट सीरीज़ होती हैं, जिनमें से शीर्ष दो टीमें फाइनल के लिए क्वालीफाई करती हैं।
WTC Points System कैसे काम करता है?
WTC में हर टेस्ट मैच के लिए टीमें पॉइंट्स अर्जित करती हैं। जीतने पर टीम को ज्यादा पॉइंट्स मिलते हैं, ड्रॉ होने पर कुछ कम और हारने पर शून्य। इसके अलावा, पॉइंट्स की प्रतिशतता (Percentage of Points) भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि WTC तालिका में टीमें कुल पॉइंट्स के आधार पर नहीं बल्कि अर्जित पॉइंट्स की प्रतिशतता के आधार पर रैंक की जाती हैं।
टीम इंडिया का सफर अब तक
भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक मिलाजुला रहा है। बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में दोनों मैच जीतकर टीम इंडिया ने शानदार शुरुआत की थी। लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली हार से स्थिति जटिल हो गई है। पहले, भारत WTC पॉइंट्स टेबल में 74% पॉइंट्स के साथ शीर्ष स्थान पर था। लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हार के बाद यह प्रतिशत घटकर 68% हो गया है।
WTC पॉइंट्स टेबल की ताजा स्थिति
- भारत – 68%
- ऑस्ट्रेलिया – 66%
- श्रीलंका – 54%
- न्यूज़ीलैंड – 48%
- इंग्लैंड – 44%
- साउथ अफ्रीका – 40%
- बांग्लादेश – 32%
- पाकिस्तान – 28%
- वेस्ट इंडीज – 22%
टीम इंडिया के आगे के मुकाबले
टीम इंडिया को अब कुल 7 और टेस्ट मैच खेलने हैं। इनमें से 2 मैच न्यूज़ीलैंड के खिलाफ घर में और 5 मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेले जाने हैं। WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को कम से कम 5 मैच जीतने होंगे। अगर भारत 5 में से कम मैच जीतता है, तो उसे फाइनल में पहुंचने के लिए अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा।
1. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट (घर में)
- पहला मैच हारने के बाद अब भारत को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे। अगर ये दोनों मैच भारत जीत जाता है, तो भारत के कुल पॉइंट्स 72.6% हो जाएंगे, जिससे उसकी फाइनल में पहुंचने की संभावना बढ़ जाएगी।
2. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी)
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ बेहद महत्वपूर्ण होगी। अगर भारत इन पांच में से तीन मैच जीतता है, तो पॉइंट्स प्रतिशत 58.6% तक पहुंच सकता है, जो कि फाइनल में पहुंचने के लिए काफी नहीं होगा। इसलिए, भारत को कम से कम चार मैच जीतने होंगे।
अगर भारत केवल तीन मैच जीतता है और साउथ अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया अपने बचे हुए मैचों में अच्छा प्रदर्शन करती हैं, तो भारत की स्थिति और भी कमजोर हो सकती है।
भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा
इस समय भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा साउथ अफ्रीका की टीम है। अगर साउथ अफ्रीका अपने सभी मुकाबले जीत लेती है और भारत सिर्फ तीन या चार मैच ही जीत पाता है, तो साउथ अफ्रीका फाइनल में पहुंच सकती है। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया भी एक मजबूत दावेदार है, और अगर वह भारत के खिलाफ कुछ मैच जीत जाती है, तो उसके फाइनल में पहुंचने के चांस और भी बढ़ जाएंगे।
क्या होगा अगर भारत सिर्फ 4 मैच जीतता है?
अगर भारत अपने बचे हुए 7 में से सिर्फ 4 मैच जीतता है, तो उसे अन्य टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खराब प्रदर्शन से ही भारत फाइनल में जगह बना पाएगा। इसलिए भारत को अपने दम पर फाइनल में पहुंचने के लिए कम से कम 5 मैच जीतने होंगे।
अगर भारत 5 में से 5 मैच जीतता है, तो वह सीधे फाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाएगा और उसे किसी अन्य टीम के प्रदर्शन की चिंता नहीं करनी होगी।
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समीकरण: कैसे बदलता है पॉइंट्स प्रतिशत?
- अगर भारत न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दोनों मैच जीतता है: पॉइंट्स प्रतिशत बढ़कर 72.6% हो जाएगा।
- अगर भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच जीतता है: पॉइंट्स प्रतिशत लगभग 58.6% तक घट जाएगा, जो कि फाइनल के लिए पर्याप्त नहीं होगा।
- अगर भारत पांच में से चार मैच जीतता है: पॉइंट्स प्रतिशत लगभग 65% होगा, लेकिन फिर भी यह अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
- अगर भारत पांच मैच जीतता है: पॉइंट्स प्रतिशत 75% तक पहुंच सकता है, जिससे फाइनल में जगह लगभग पक्की हो जाएगी।
अन्य टीमों की स्थिति
1. साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीका की टीम इस समय भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। अगर वे अपने सभी मुकाबले जीत जाते हैं, तो उनका पॉइंट्स प्रतिशत काफी बढ़ जाएगा और वे फाइनल में पहुंच सकते हैं।
2. ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की स्थिति भारत के मुकाबले मजबूत है। वे पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर हैं और अगर वे भारत के खिलाफ कुछ मैच जीत जाते हैं, तो फाइनल में उनका स्थान पक्का हो सकता है।
3. श्रीलंका
श्रीलंका की टीम भी अच्छी स्थिति में है, लेकिन उन्हें अपने बाकी मैच जीतने होंगे। अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया कमजोर प्रदर्शन करते हैं, तो श्रीलंका को फाइनल में जगह मिल सकती है।
टीम इंडिया के लिए चुनौतियां
टीम इंडिया के लिए आने वाले मुकाबले बेहद चुनौतीपूर्ण होंगे। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैच जीतने के लिए भारतीय टीम को हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों क्षेत्रों में संतुलन बनाकर खेलना होगा।
विशेषकर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले मैच भारत के लिए सबसे कठिन होंगे, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की टीम दुनिया की सबसे मजबूत टेस्ट टीमों में से एक है। उनके पास बेहतरीन तेज गेंदबाज और मजबूत बल्लेबाजी क्रम है, जो भारत के लिए खतरा बन सकता है।
फाइनल में पहुंचने की संभावना
अगर भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड के खिलाफ बचे हुए दो मैच और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कम से कम तीन मैच जीत जाती है, तो फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बनी रहेंगी। लेकिन अगर भारतीय टीम चार या उससे कम मैच जीतती है, तो उसे फाइनल में जगह बनाने के लिए अन्य टीमों के खराब प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा।
निष्कर्ष
टीम इंडिया के लिए WTC 2023-25 का सफर अब और कठिन हो गया है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हार ने समीकरण को जटिल बना दिया है। अब भारतीय टीम के लिए फाइनल में पहुंचने के लिए 7 में से कम से कम 5 मैच जीतने होंगे। अगर टीम ऐसा करने में असफल रहती है, तो उसे फाइनल में पहुंचने के लिए अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा।
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